पराली जलाने पर सख्त हुए डीएम
कृषि विभाग चलाएगा जागरूकता अभियान, नियम तोड़ने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

महराजगंज,
जिले में पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में एसडीएम, कृषि विभाग और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
डीएम ने साफ निर्देश दिया कि जिले में किसी भी दशा में पराली या फसल अवशेष नहीं जलना चाहिए। इसके लिए कृषि विभाग को व्यापक जागरूकता अभियान चलाने और किसानों को शासन के आदेशों व एनजीटी के निर्देशों से अवगत कराने को कहा गया। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही सैटेलाइट मॉनिटरिंग के जरिए पराली जलाने की घटनाओं पर नजर रखी जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि 05 अक्टूबर से पहले सभी कंबाइन मशीनों का रजिस्ट्रेशन और जांच पूरी कर ली जाए। जांच में यह सुनिश्चित किया जाए कि मशीनों में एसएमएस सिस्टम और आवश्यक उपकरण लगे हों। पूर्व में पराली जलाने वाले किसानों को रेड नोटिस तथा अन्य किसानों को येलो नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया। साथ ही जिलास्तर पर कंट्रोल रूम के जरिए पराली घटनाओं की मॉनिटरिंग के आदेश दिए गए।
डीएम ने अधिकारियों को गांव-गांव प्रचार-प्रसार कर किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले डी-कंपोजर और अन्य उपकरणों की जानकारी किसानों तक पहुंचाई जाए। तहसील स्तर पर गठित टास्क फोर्स को सक्रिय कर यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी किसान फसल अवशेष न जलाए। अगर कोई किसान नियम तोड़ेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

बैठक से पूर्व डीएम ने आईओसीएल धुरियापार के प्रतिनिधियों से वीसी के माध्यम से संवाद किया। उन्होंने कहा कि आईओसीएल जिले से अधिकतम पराली खरीद सुनिश्चित करे और इसके लिए एक स्थानीय वेंडर नामित किया जाए। साथ ही मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि पशुओं के लिए आवश्यक भूसे के लिए न्यूनतम 25% पराली की खरीद की जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन, अपर एसडीएम प्रेम प्रकाश पांडेय, डीडीओ बीएन कन्नौजिया, डीडी कृषि संजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
🖋️ रिपोर्ट – धनंजय पटेल
जिला ब्यूरो चीफ – महराजगंज
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