बजाज फाइनेंस के नाम पर करोड़ों की ठगी का भंडाफोड़
फर्जी लोन दिलाने वाले गिरोह के चार सदस्य गिरफ्तार, जाली दस्तावेजों से करते थे धोखाधड़ी

ललितपुर
बजाज फाइनेंस कम्पनी लिमिटेड के नाम पर प्रोपर्टी लोन दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह का कोतवाली पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। कंपनी के नाम पर जाली कागजात तैयार कर लोगों को लोन दिलाने का भरोसा दिलाया जाता था और स्वीकृत होने पर रकम निकालकर गिरोह आपस में बांट लेता था। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर महत्वपूर्ण दस्तावेज, मोबाइल फोन और नकदी बरामद की है।
मामला तब प्रकाश में आया जब पांच अगस्त को झांसी निवासी संदीप सिंह सोलंकी, जो बजाज फाइनेंस लिमिटेड में असिस्टेंट मैनेजर रिस्क हैं, ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि कंपनी में ही काम करने वाले कुछ लोग मिलीभगत कर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर प्रोपर्टी लोन स्वीकृत करा रहे हैं, जिससे कंपनी को लगभग एक करोड़ इकहत्तर लाख रुपये की आर्थिक हानि हुई है। तहरीर मिलने पर पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की।
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और लोन संबंधित प्रक्रियाओं का अनुभव रखने के कारण लोगों को आसानी से गुमराह कर लेते थे। ये लोग प्रोपर्टी के जाली कागजात बनाते, पम्पलेट चस्पा कर लोगों को आकर्षित करते और लोन पास होने के बाद रुपये निकालकर आपस में बांट लेते थे।
पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें टौरिया मंदिर के पास नेहरू नगर निवासी महेंद्र राय, लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र निवासी अभिनव निगम, ग्वालियर के मुरार थाना क्षेत्र निवासी पारस वर्मा और शिवपुरी के दिनारा निवासी विकास दिवाकर शामिल हैं। इनके पास से चार मोबाइल फोन और नकद रुपये बरामद किए गए हैं। सभी आरोपियों ने पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है।
कोतवाली पुलिस ने पूरी घटना के आधार पर बीएनएस की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है और जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
रिपोर्ट – आर के पटेल ललितपुर
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