WEBSTORY
BREAKINGउत्तर प्रदेशकार्यवाहीताज़ा ख़बरनिरीक्षणप्रसासनब्रेकिंग न्यूज़शिक्षा

रोंडा के विद्यालयों में लापरवाही का बोलबाला — बीएसए के निरीक्षण में ठप मिली शिक्षा व्यवस्था

शिक्षकों की गैरहाजिरी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित, तीन दिन में मांगा स्पष्टीकरण

ललितपुर

जिले के विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था की हकीकत उस समय सामने आ गई जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रणवीर सिंह ने शनिवार की सुबह विकासखंड जखौरा के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई विद्यालयों में शिक्षकों की अनुपस्थिति और शिक्षण कार्य की दुर्दशा देखकर बीएसए ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने संबंधित शिक्षकों से तीन दिन के भीतर कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के निर्देश दिए हैं।

■ उच्च प्राथमिक विद्यालय रोंडा—01 में शिक्षण कार्य ठप
निरीक्षण के दौरान विद्यालय में न तो कोई शिक्षक मौजूद था और न ही कोई कर्मचारी। कुछ बच्चे विद्यालय परिसर में थे, लेकिन कोई कक्षा संचालित नहीं हो रही थी। बीएसए ने मौके पर बच्चों से बात की, तो उन्होंने बताया कि शिक्षक समय से विद्यालय नहीं आते। इस लापरवाही पर बीएसए ने कहा कि बच्चों का भविष्य इस तरह से नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने तीन दिन में जवाब तलब करते हुए चेतावनी दी कि अगली बार ऐसी स्थिति मिलने पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।

20250815_154304

प्राथमिक विद्यालय रोंडा—01 में प्रधानाध्यापक और शिक्षिका अनुपस्थित
निरीक्षण के समय प्रधानाध्यापक रानी जैन विद्यालय से अनुपस्थित मिलीं, वहीं सहायक अध्यापिका नीलेश शेषा भी स्कूल नहीं पहुंचीं। बीएसए रणवीर सिंह ने इस व्यवहार को अत्यंत गैर-जिम्मेदाराना बताया और कहा कि सरकारी विद्यालयों में इस तरह की लापरवाही बिल्कुल अस्वीकार्य है। दोनों शिक्षिकाओं से तीन दिन के भीतर लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है।

■ अंग्रेजी माध्यम प्राथमिक विद्यालय रोंडा—02 में भी लापरवाही उजागर
अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय में निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक अनुराधा पाठक, आराधना रिछारिया, राखी, अंशुल और नेहा जैन तो मौजूद थीं, लेकिन शिक्षामित्र लाली और कीर्ति अनुपस्थित मिलीं। विद्यालय की व्यवस्था बिखरी हुई थी और शिक्षण कार्य पूरी तरह प्रभावित था। बीएसए ने कहा कि विद्यालय का संचालन अनुशासन और समयबद्धता से होना चाहिए। उन्होंने सभी कर्मचारियों को नियमित उपस्थिति और शिक्षण कार्य में सुधार के निर्देश दिए हैं।

बीएसए रणवीर सिंह ने स्पष्ट कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार ही सर्वोच्च प्राथमिकता है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और जवाब संतोषजनक न मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई निश्चित रूप से की जाएगी।

 

रिपोर्ट – आर. के. पटेल
समाचार तक – बेबाक खबर, बड़ा असर

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!
google.com, pub-9022178271654900, DIRECT, f08c47fec0942fa0