श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर शाला जी मंदिर में सजी भव्य झांकी, आधी रात गूँजे श्रद्धा और भक्ति के जयकारे
रामबाबू तिवारी उर्फ गुड्डू महाराज की अगुवाई में सजी भव्य झांकी, राधा-कृष्ण की लीलाओं ने मोहा मन, भजन संध्या से लेकर सहभोज तक—मड़ावरा में जन्माष्टमी महापर्व बना श्रद्धा का उत्सव

मड़ावरा/ललितपुर
मड़ावरा कस्बे का प्राचीन शाला जी मंदिर इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत केंद्र बना रहा। मंदिर परिसर में सजाई गई कृष्ण जन्म की भव्य झांकी ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

झांकी का आयोजन रामबाबू उर्फ गुड्डू तिवारी महाराज एवं उनके ज्येष्ठ पुत्र रामजी तिवारी के मार्गदर्शन में किया गया। इस झांकी में भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़े मनोहारी दृश्यों को कलात्मक ढंग से सजाया गया—कहीं वासुदेव शिशु कृष्ण को टोकरी में लेकर यमुना पार कर रहे थे, तो कहीं कंस वध का दृश्य आकर्षण का केंद्र रहा। राधा-कृष्ण की अद्भुत झलकियों ने तो श्रद्धालुओं के मन को भावविभोर कर दिया।

झांकी के समीप भजन संध्या का भी आयोजन हुआ, जिसमें क्षेत्रीय कलाकारों ने भगवान के नाम के भजन गाकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। संतोष परिहार और जगदीश यादव पूर्व प्रधान उल्दना के बुंदेली कीर्तनों ने श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। ढोलक बादक सुकलाल एवं प्रकाश नामदेव की संगत ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए।
इसके साथ ही मड़ावरा के प्रख्यात भजन गायक राहुल जोशी, अनुराग रावत और कथा वाचक शिवशंकर तिवारी ने जन्माष्टमी और कृष्ण बाल लीला पर आधारित भजनों की मनमोहक प्रस्तुति दी। भजनों की धुन पर श्रद्धालु देर रात तक थिरकते रहे।

रात्रि 12 बजे जैसे ही भगवान का जन्मोत्सव हुआ, मंदिर परिसर जयकारों से गूँज उठा। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने झांकी के दर्शन कर अपने जीवन को धन्य माना। इसी अवसर पर दिलीप सिंह राजपूत पान पैलेस की ओर से भव्य केक भेंट किया गया। मध्यरात्रि को मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना के साथ केक काटा गया और उपस्थित श्रद्धालुओं में वितरण किया गया।
गुड्डू महाराज ने इस मौके पर कहा कि – “धर्म से जुड़कर ही जीवन को सफल बनाया जा सकता है। यह झांकी कस्बे की सबसे भव्य झांकी रही, जिसमें सभी का सहयोग अविस्मरणीय है।” कार्यक्रम के उपरांत श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।

उधर, मड़ावरा थाना परिसर में स्थित हनुमान मंदिर में भी पुलिस विभाग द्वारा जन्माष्टमी की झांकी सजाई गई। इस अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी और थाना प्रभारी निरीक्षक ने श्रद्धालुओं का स्वागत किया। कार्यक्रम में शामिल पुलिस कर्मियों ने कस्बे व क्षेत्रीय अतिथियों के लिए सहभोज का आयोजन कर धर्म और सेवा का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया।
इस प्रकार, जन्माष्टमी की रात मड़ावरा कस्बे में केवल मंदिर ही नहीं, बल्कि पूरा नगर भगवान कृष्ण की भक्ति में डूबा रहा। भक्ति, उल्लास और आस्था के इस पर्व ने कस्बे के जनमानस पर अमिट छाप छोड़ दी।
रिपोर्ट – आर. के. पटेल के साथ लक्ष्मण सिंह गौर,
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