पाली फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पर एक्शन, जांच के लिए १० अफसरों की टीम
पाली फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पर एक्शन, जांच के लिए १० अफसरों की टीम
पाली
फर्जी जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र की पिछले शनिवार को समाधान दिवस पर आई शिकायत पर आज नगर पाली में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने छापा मार कर चार केंद्रो से लैपटॉप, कंप्यूटर व उनके दस्तावेज जब्त कर लिए है। शिकायती पत्र में बताया गया था कि पाली में फर्जी जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र जारी हो रहे है इसी वजह से आज उन्हें पकडऩे के लिए छापेमारी की गई है जिससे नगर के जितने भी कंप्यूटर सेंटर है वो भी डर के कारण अपनी शटरो के ताले लगाकर निकल गए।पाली के कंप्यूटर सेंटर पंडयाना वार्ड प्रजापति कंप्यूटर, कुशवाहा फोटो स्टूडियो, मुख्य बस स्टेंड ग्राहक सेवा केंद्र पी एन वी, घटवार पाली मार्ग पर पटेल कंप्यूटर के सेंटरों पर कार्यवाही की गई। टीम में आज डॉक्टर प्रदीप सिंह, आलोक कुमार, शिवप्रकाश, आशीष द्विवेदी, वीरेंद्र सिंह,राजेश कुमार, डॉक्टर अवधचंद्र, जयसागर, थानाध्यक्ष, तहसीलदार पाली मौजूद रहे।
ओरिजिनल जन्म प्रमाण-पत्र बनवाने का ये है प्रोसेस
तहसील पाली की उप जिलाधिकारी सैय्यद सानिया सोनम एजाज ने बताया,आवेदक को ब्त्ै पोर्टल पर अप्लाई करना होता है।जांच के बाद जन्म-मृत्यु रजिस्टार प्रमाण-पत्र जारी करता है।पुराने आवेदन में हमारे द्वारा (एसडीएम) बीडीओ या अधिशासी अधिकारी से जांच रिपोर्ट मांगी जाती है। विवरण सही होने पर रजिस्ट्रार प्रमाण-पत्र जारी करता है।

फर्जी वेबसाइट से जारी होते हैं जन्म प्रमाण पत्र
अधिकारियों ने बताया कि जनसेवा केंद्र संचालक एक फर्जी वेबसाइट से ओरिजिनल जैसे लगने वाले फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र जारी कर देते है।हकीकत में ये जन्म प्रमाण-पत्र फर्जी होते है।जारी किए गए फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र पर एक क्यूआर कोड बना होता है।इस कोड को स्कैन करने के बाद आपको तुरंत एक वेबसाइट के जरिए पीडीएफ मिल जाएगी।दलाल इसी बात का फायदा उठा कर लोगों के फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र को ओरिजिनल बताते हैं।इन फर्जी जन्म प्रमाण-पत्रों को अधिकारी भी पहचानने में चूक जाते हैं।

रिपोर्ट–रामकुमार पटेल।



