राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत ए.सी.एफ. का हुआ उद्घाटन
गांव-गांव जाकर सर्वे करेंगी टीमें
ललितपुर
भारत सरकार के वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त अभियान को सफल बनाने के लिये राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 09 से 20 सितम्बर 2024 तक चलाये जाने वाले सक्रिय टी.बी. रोगी घर-घर खोज अभियान (एक्टिव टीबी केस फाइंडिग प्रोग्राम) का उद्घाटन जिला क्षयरोग नियंत्रण केन्द्र परिसर में टी.वी.परामर्शदाता डा.जे.एस. बक्शी ने हरी झंडी दिखाकर टीमों को रवाना किया। इस दौरान प्रभारी जिला क्षयरोग अधिकारी डा.धीरेन्द्र वैध, उप जिला क्षयरोग अधिकारी डा.सौरभ सक्सेना, ए.सी.एफ. टीम सदस्य व कर्मी मौजूद रहे। टीम भ्रमण कर 15 दिन से लगातार खांसी का आना, 15 दिन से अधिक बुखार का आना, पिछले 6 महीने में कभी भी बलगम में खून का आना, पिछले 01 महीने में कभी भी सीने में दर्द की शिकायत का होना, वजन का कम होना, पुराने टी.बी. के मरीज जिनको उपरोक्त में से कोई भी एक लक्षण हों एवं एक टीबी रोगी एक वर्ष में आसपास के कम से कम 15 लोगो को संक्रमित करता है। इस बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिये भारत सरकार द्वारा वर्ष 2025 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत अब स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा घर-घर जाकर क्षयरोगियों को चिन्हित करने का कार्य किया जायेगा। संभावित, चिन्हित मरीजों के बलगम के दो नमूने लेकर नजदीक के बलगम जांच केन्द्र पर जांच कराई जायेगी। टी.बी. की पुष्टि होने पर रोगी को घर पर ही दवा उपलब्ध कराई जायेगी। इस अभियान के लिये जनपद की कुल लक्षित आबादी 302000 है जिसमें सभी ब्लॉकों एवं शहरी क्षेत्रों की 20 प्रतिशत आबादी शामिल की गयी है जिसके लिये जनपद में 117 टीमें प्रतिदिन के हिसाब से कुल 10 कार्य दिवसों में कार्य करके टीबी के संभावित मरीजों की खोज करेंगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लक्षित आबादी में टीबी के मरीजों की तुरंत जांच एवं पहचान कर इनका 48 घंटे के अंदर उपचार शुरू करवाना है। जिसके लिये 23 सुपरवाइजर एवं सभी ब्लॉकों के चिकित्सा अधीक्षक/चिकित्सा अधिकारी को जिम्मेदार बनाया गया है।

रिपोर्ट –रामकुमार पटेल।



