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फसल उत्पादन, पशुपालन और मूल्य संवर्धन पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

फसल उत्पादन, पशुपालन और मूल्य संवर्धन पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

ललितपुर

बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बांदा अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, ललितपुर मे विगत दो माह से उद्यान महाविद्यालय और कृषि महाविद्यालय, बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बांदा के ग्रामीण कृषि और उद्यान कार्य अनुभव के अंतर्गत आए छात्रों को अंगीकृत ग्राम-ककरूआ से संबंधित किया गया था। छात्रों ने कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. मुकेश चंद के नेतृत्व में और डॉ. दिनेश तिवारी, विषय वस्तु विशेषज्ञ-सस्य विज्ञान के सुपरविजन में ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव के दो छात्रों जैसे अंकित साहू (1760), समर साहू (1774), ग्रामीण उद्यान कार्य अनुभव कार्यक्रम के 12 छात्रों जैसे रवि कुमार (1862), हिमांशु पाल (1868), शुभम यादव (1878), निखिल कुमार (1886), अमित कुमार (1895), कामरान रजा(1904), अजय कुमार (1910), विपिन कुमार वर्मा (1926), रवि साहू ( 1932), अरविन्द चौधरी (1940) ऋतविक सिद्धार्थ (1946), अविरल सिंह (1951) ने  जिला ललितपुर के विकास खंड जखौरा के अंगीकृत ग्राम ककरूआ की विस्तृत समीक्षा की। डॉव तिवारी के सानिध्य मे अंगीकृत ग्राम-ककरुआ मे कृषक बंधुओ से कृषि एवं उद्यान से सम्बन्धित समस्याओं की जानकारी मिली। कृषि विज्ञान केंद्र, ललितपुर के वैज्ञानिको एवं छात्रों द्वारा ग्राम मे कृषक और कृषक महिलाओं की समस्याओ का समाधान भी कराया गया। केंद्र पर फसल उत्पादन, पशुपालन और मूल्य संवर्धन पर आयोजित  6 कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम मे कृषक और कृषक महिलाओं को प्रतिभाग कराकर कृषि और उद्यान से संबंधित लाभदायक जानकारी उपलब्ध कराई गई। कृषक बन्धुओ और कृषक महिलाओं को समुहबद्य अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन, अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन, अनुसूचित जाति योजना अंतर्गत कृषि संबंधित क्रिटिकल कृषि निवेश उपलब्ध कराने में सहयोग किया गया। समस्त छात्रों ने गाजरघास उन्मूलन जागरुकता सप्ताह और स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में प्रतिभाग कर कृषक बंधु को जागरूक किए। समस्त छात्रों ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा ग्राम-ककरुआ मे आयोजित पशु स्वास्थ कैम्प और पोषण माह के आयोजन और प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘‘कटाई उपरान्त दलहनी  फसलों का प्रबंधन‘‘ में कृषक और कृषक महिलाओं को प्रतिभाग कराकर लाभान्वित कराया गया। कृषकों को मृदा परीक्षण उपरांत मृदा और फसल के आवश्यक्ता अनुसार संतुलित उर्वरकों का प्रयोग, तरल उर्वरको का प्रयोग, जैविक और प्राकृतिक खेती, कृषि छात्रों ने दूसरे ग्राम बम्हौरी खड़ेत विकासखंड बार मे जाकर केंद्र द्वारा आयोजित तिल पर प्रक्षेत्र दिवस मे प्रतिभाग किया गया। समस्त छात्रों ने कृषको के घर जाकर बगीचे के रख रखाव उसमे थाला बनाकर, कीटो से बचाव हेतु पेड़ के तनो पर चूना एवं गेरू से रंगारोगन एवं  पेड़ो के अनावयक शाखाओं की कटाई छटाई  स्वयं से करके उपज वृद्धि की विस्तृत जानकारी दिया गया। इसी के साथ ग्राम ककरुआ मे भंडारित आनाज को सुरक्षित रखने की जानकारी भी दिया गया।

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फोटो –कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोग।

रिपोर्ट –कमलेश कश्यप।

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