लेखपाल की मनमानी,आदेश होने के बाद भी नहीं की जा रही पैमाइस किसान ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायती पत्र देकर की कार्यवाही की मांग, कई अन्य कास्तकारों के हदबन्दी की फाइलें सुबिधा सुल्क के अभाव में वर्षो से पड़ी ठंडे बस्ते में,
लेखपाल की मनमानी,आदेश होने के बाद भी नहीं की जा रही पैमाइस किसान ने सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायती पत्र देकर की कार्यवाही की मांग, कई अन्य कास्तकारों के हदबन्दी की फाइलें सुबिधा सुल्क के अभाव में वर्षो से पड़ी ठंडे बस्ते में,

मड़ावरा(ललितपुर)
एक ओर सरकार जहां किसानों की आय बढ़ाने के लिए हर तरह के प्रयास कर रही है साथ ही किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के लाख बड़े बड़े वादे करती है मगर तहसील मड़ावरा में सरकार की मंशा को लेखपाल पलीता लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
तहसील मड़ावरा में किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा हैं यहां आए दिन जमीनी पैमाइस के लिए प्रार्थना पत्र आ रहे हैं जिनमे उच्च अधिकारियों द्वारा लेखपाल को आदेशित भी कर दिया जाता है मगर लेखपाल किसी के आदेशों को ना मानकर अपने हिसाब से कार्य करते हैं जिस कारण किसान रोजाना तहसील मुख्यालय के चक्कर काटने को मजबूर है।
यैसा ही मामला तहसील मड़ावरा अंर्तगत ग्राम लिधौरा का है। जहां भवानी सिंह तनय चेतराम सिंह अपनी जमीन की पैमाइस करवाने के लिए तहसील मुख्यालय के चक्कर काट रहा है।कई बार प्रार्थना पत्र देने के बाबजूद लेखपाल द्वारा जमीन की पैमाइस नहीं की जा रही है। किसान ने शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचकर उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए उक्त लेखपाल पर कार्यवाही की मांग की है।
वही बात अगर मड़ावरा तहसील के राजस्व विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों की की जाए तो पिछले कई वर्षों से हटबंधियो की फाइल धूल खा रही तो कई फाइलें गम हो चुकी है जिनका निर्धारित राजस्व शुल्क कास्तकारों द्वारा जमा किया जा चुका है, लेकिन बाबजूद इसके लेखपाल कानूनगों की जेबें गर्म न होने के कारण कास्तकारों ने तहसील के चक्कर काट काट कर निराशा को ही अपनी तकदीर समझ लिया है, जिस कारण जमीनी बिबाद रोज बड़ रहे है किसानों का कहना है कि अगर उनके खेतो की हक़तबन्धी औऱ नपती समय से हो जाती है तो , न गाव में जमीनी मामलो में लड़ाई झगड़े होंगे न ही किसानों को कोट कचेरी के चक्कर काटने पड़ेंगे न ही खेतों पर जाने के लिए बनाये गए सेक्टरों पर कब्जे औऱ बिबाद होंगे,
पीड़ित ने शिकायती पत्र में बताया गया कि लेखपाल द्वारा जमीन की पैसाइस नहीं की जा रही है अधिकारियों के आदेश के बाद भी पैमाइस नहीं की जा रही है उनके आदेशों को नकारा जा रहा है।साथ ही लेखपाल से जब पैमाइस को लेकर बात की जाती है तो लेखपाल द्वारा समय ना होने की बात करते हुए टाल देते हैं शिकायत कर्ता ने बताया गया कि जब से यह लेखपाल आए है तब से ग्राम में कोई कार्य नहीं किया जा रहा है। साथ ही गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि लेखपाल हमेशा शराब के नसे में धुत रहते हैं जिनका चिकित्सा परीक्षण कराया जाए।किसान ने जल्द से जल्द पैमाइस कर कब्जा दिलाने की मांग की है।

रिपोर्ट- रामकुमार कुशवाहा मड़ावरा / ललितपुर #samachartak #LaharLive24news



