सड़ी-गली गंदगी, मंत्री तक पहुंची बदबू!” “मंत्री की कार के आगे जनता का गुस्सा – देखिए ये कैसी साफ-सफाई है!”
"सीडीओ ने फेंकी शिकायत, जनता ने मंत्री को दिखाई गंदगी!" मड़ावरा में गंदगी के ढेर से परेशान पानी की टंकी मोहल्ला वासियों ने मंत्री का काफिला रोका,

मड़ावरा (ललितपुर):
मड़ावरा कस्बे के पानी की टंकी मोहल्ले में वर्षों से फैली गंदगी, सड़ी-गली सब्जियों और प्लास्टिक के कुंतलों कचरे से परेशान लोगों ने सरकार के मंत्री मनोहर लाल का काफिला रोक कर गली में ले जाकर हालात दिखाए।
यह नजारा उस वक्त देखने को मिला जब उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम सेवायोजन मंत्री मनोहर लाल मड़ावरा ब्लॉक में आयोजित “संपूर्ण अभियान सम्मान समारोह” और “आकांक्षी जनपद कार्यक्रम” में शामिल होकर वापस ललितपुर मुख्यालय जा रहे थे। तभी दर्जनों की संख्या में एकत्रित स्थानीय महिलाओं और युवाओं ने मंत्री का काफिला मुख्य बाजार में रोक दिया।
फोटो कैप्शन (चित्र परिचय):

स्थानीय मुहल्ले बासिओ दिया शिकायती पत्र

हंगामा तब बढ़ा जब सीडीओ की शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई
गुस्साए मोहल्ले वासियों का कहना है कि समारोह के दौरान ही उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी शेषनाग चौहान (C.D.O.) को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन सीडीओ ने वह शिकायत पढ़ने की बजाय फेंक दी। इससे भड़के नागरिकों ने पहले सीडीओ की गाड़ी रोकने का प्रयास किया, लेकिन ड्राइवर ने महिलाओं को धक्का देते हुए वाहन निकाल लिया।
इसके बाद भीड़ ने मंत्री मनोहर लाल की गाड़ी को रोका, जिससे बाजार में बड़ा जाम लग गया। मंत्री जब भीड़ के दबाव में गाड़ी से उतरे तो वहां मौजूद पत्रकारों और लोगों पर भड़के और बोले, “वीडियो बनाओगे तो मैं गली में नहीं जाऊंगा।” लेकिन लोगों की जिद पर मंत्री को गली में जाना पड़ा।
मंत्री पहुंचे गंदगी वाली गली में, हालत देख किया फोन
मंत्री जब गली में पहुंचे तो वहां सड़ा-गला कचरा, प्लास्टिक, सड़ी सब्जियां और आवारा पशुओं की बदबू से भौंचक रह गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि बच्चों को स्कूल जाते समय नाक बंद करके निकलना पड़ता है।
इसके बाद मंत्री ने सीडीओ को तत्काल फोन कर सफाई कराने के निर्देश दिए और नाराजगी जताई।

जिस कार्यक्रम में मंत्री मनोहल गए थे उसी कार्यक्रम में खण्ड विकास अधिकारी रमेश चंद्र यादव ले रहे थे स्वक्षता के लिए उपहार लेकिन जब हकीकत आयी मंत्री के सामने तो अब देखने का विषय है कि मंत्री का लोग साफ सफाई को लेकर घिराव करते रहे और बीडीओ साब दफ्तर ठंडी हवा लेते रहे,

🚫 ना पहुंचे अधिकारी, ना आई पुलिस
इतना बड़ा हंगामा होने के बाद भी खंड विकास अधिकारी रमेश चंद्र यादव मौके पर नहीं पहुंचे और मड़ावरा थाना पुलिस से भी कोई नहीं आया।
लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार समाधान दिवस में और अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से शिकायतें दीं, लेकिन या तो फेंक दी जाती हैं या शिकायतकर्ताओं को धमकाया जाता है।
अतिक्रमण और अवैध वसूली का आरोप
स्थानीय लोगों ने बताया कि गली में बने कई मकान आम रास्ते पर अवैध कब्जा करके बनाए गए हैं। यही लोग सब्जी विक्रेताओं से पैसे लेकर बाहर दुकानें लगवाते हैं, जिससे वे सब्जी मंडी में नहीं जाते।
जब कोई राहगीर या वाहन बाहर से निकलने की कोशिश करता है, तो दुकानदार गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो जाते हैं।
🏗️ सरकारी मंडी खाली, सड़कें जाम
गौरतलब है कि सरकार द्वारा लाखों रुपये की लागत से मड़ावरा में सब्जी मंडी का निर्माण कराया गया है, जिसमें टीनशेड, पीने का पानी, बैठने की व्यवस्था सब मौजूद हैं।
फिर भी विक्रेता मुख्य बाजार की सड़कों पर कब्जा जमाए बैठे हैं, जिससे आये दिन हादसे और जाम की स्थिति बनी रहती है।
🗣️ क्या बोले मोहल्ले वासी? “अब आर-पार की लड़ाई होगी”
🔷 आलोक रावत (युवा नेता, मड़ावरा)
“मड़ावरा में सब्जी मंडी के बावजूद दबंग व्यापारी सड़कों पर अतिक्रमण फैला रहे हैं। पुलिस और प्रशासन आंख मूंद कर बैठा है। रोज हादसे हो रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं। अब आर-पार की लड़ाई होगी।”

🔷 गजराज राजपूत (पानी की टंकी मोहल्ला वासी)
“हमने कई बार शिकायत दी लेकिन कोई सुनता नहीं। कूड़े की बदबू से जीना मुश्किल हो गया है। हमारे बच्चों की सेहत खराब हो रही है।”

🔷 आलोक तिवारी (स्थानीय नागरिक)
“गली में रोज सड़ती सब्जियां, आवारा जानवर और बदबू से गंदगी का साम्राज्य है। प्रशासन को शर्म आनी चाहिए।”

पृष्ठभूमि जानकारी:
मड़ावरा बड़ी ग्राम पंचायत है।सफाई के नाम पर सरकारी फंड का खुला बंदरबांट हो रहा है।ब्लॉक के अधिकारी, जनप्रतिनिधि सिर्फ कागजी कामों में व्यस्त हैं।
📢 समाचार तक आपके हक की आवाज़ बनता रहेगा।
🖊️ रिपोर्ट: आर.के. पटेल | मड़ावरा, जनपद ललितपुर
🗓️ प्रकाशन तिथि: 1 अगस्त 2025



