बारिश में सड़ रहा कूड़ा, मड़ावरा में बीमारी का खतरा” “कचरे की राजधानी बनता मड़ावरा, प्रशासन देख रहा तमाशा”.
सब्जी बाजार बना बीमारी का घर, अधिकारी मौन"

मड़ावरा बना गंदगी का केंद्र, जिम्मेदार अधिकारी बेपरवाह
रिपोर्ट: समाचार तक, ललितपुर
ललितपुर जिले की मड़ावरा तहसील इन दिनों गंदगी के अम्बार में तब्दील हो चुकी है। तहसील मुख्यालय, थाना कस्बा और मुख्य बाजार के चौराहों पर कचरे के ऐसे दृश्य दिखते हैं, मानो यह कोई कचरा घर हो।
बीच बाजार से गुजरती सड़क के किनारे सब्जी विक्रेताओं और दुकानदारों द्वारा रोजाना फेंका जा रहा कूड़ा अब नालियों को पूरी तरह जाम कर चुका है। बरसात के चलते यह कचरा सड़कों पर बहने के बजाय वहीं सड़ रहा है, जिससे बदबू और बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।

स्थिति यह है कि थाने के गेट, बन विभाग कार्यालय और स्कूलों को जाने वाली गलियों तक में कचरे के ढेर लगे हैं। छात्र-छात्राओं और आम नागरिकों का गुजरना भी मुश्किल हो गया है।
शिकायतें तो आती रहती हैं, लेकिन सफाई सिर्फ तब होती है जब किसी वीआईपी दौरे की सूचना मिलती है। आम दिनों में सफाई व्यवस्था ठप पड़ी रहती है और जिम्मेदार अधिकारी अपने दफ्तरों में चैन की नींद सोते हैं।
सब्जी विक्रेताओं और दुकानदारों द्वारा सड़क पर फेंके जा रहे प्लास्टिक, सड़ी-गली सब्जियां, पुराने जूते-चप्पल न केवल बदबू फैला रहे हैं, बल्कि मड़ावरा की छवि को भी दागदार कर रहे हैं।
प्रशासन की लापरवाही और सफाई व्यवस्था में भारी अनियमितता पर अब सवाल उठने लगे हैं कि आखिर लाखों रुपये का सफाई बजट कहां खर्च हो रहा है?
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