
मेजा (प्रयागराज)
मेजा के प्राथमिक विद्यालय मदरहा में विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर नन्हे मुन्ने बच्चों को शौचालय संबंधी रखरखाव एवं स्वयं को स्वच्छ एवं स्वस्थ रहने के लिए तमाम प्रकार की अच्छी-अच्छी बातें बताई गई और बच्चों के मनोबल को बढ़ाने के लिए विद्यालय में छोटा-छोटा प्रतियोगिता जैसे डांस ,ड्राइंग और सामान्य ज्ञान कंपटीशन करा के बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया जिससे बच्चे काफी खुश और उत्साहित थे वैसे तो
हर साल 19 नवंबर को विश्वभर में वर्ल्ड टॉयलेट दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य है ऐसे लोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाना जिनके पास आज के ज़माने में भी सुरक्षित और स्वच्छ शौचालय नहीं है वहीं द हंस फाउंडेशन अपने पदाधिकारी के साथ ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रो में अहम भूमिका निभा रही है द हंस फ़ाउंडेशन एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट है, जिसकी स्थापना साल 2009 में हुई थी. यह गैर-लाभकारी संगठनों को वित्तीय सहायता देता है और
शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, और विकलांगता के क्षेत्र में काम करता है.
हंस फ़ाउंडेशन, दूर-दराज़ के इलाकों में बच्चों को सस्ती शिक्षा और एम्बुलेंस से ग्रामीण को इलाज करने की सेवा भी प्रदान करता है. वहीं आज के कार्यक्रम में ग्राम पंचायत मदरहा के प्रधान पति अवनीश मिश्रा सहित फाउंडेशन के तमाम पदाधिकारी वरिष्ठ पदाधिकारी डॉक्टर अमनधर श्रीवास्तव, मिथिलेश शर्मा, विकास कुमार, प्रतीक्षा गुप्ता, पंकज दुबे और गांव की स्वास्थ्य सखी विंजो देवी ने नन्हे मुन्ने बच्चों को बताया कि शौच के बाद हमें हाथ कैसे धोना है , कैसे अपने आप को स्वस्थ रखना है और शौचालय के बारे में भी बताया कि शौचालय न सिर्फ हमारे जीवन को बचाने का काम करते हैं बल्कि कई तरह की बीमारियों के प्रसार को भी रोकने में मदद करते हैं। खुले में शौच कई बीमारियों को न्योता देता है, इसलिए विश्व शौचालय दिवस वैश्विक स्वच्छता संकट से निपटने के लिए प्रेरित करने वाला एक महत्वपूर्ण दिवस है। इस कार्यक्रम में उपरोक्त अधिकारियों सहित विद्यालय के प्रधानाध्यापक शिक्षक तथा गांव की आशा बहू और बी एल वो कृष्ण बिहारी सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे!

रिपोर्ट –विजय कुमार गुप्ता (प्रयागराज)



