
मड़ावरा प्रशासन नही रोक पाया अवैध कब्जा
शिकायतकर्ता ने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर अवैध कब्जा हटवाने की मांग
मड़ावरा (ललितपुर)
उत्तर प्रदेश में अवैध कब्जों पर जहां योगी सरकार के बुलडोजर से भू माफियों कांपते हैं वही मड़ावरा प्रशासन के सामने भू माफिया बेखौफ कब्जा कर सरकार की जनहितैसी नीतियों के मंसूबों को पलीता लगाने का काम कर रहे है ।
एक दबंग भूमाफिया द्वारा एक नही बल्कि तहसील मुख्यालय में आने बाली ग्रामपंचायत मड़ावरा की भूमि पर तीन जगह के सरकारी नालो और करोड़ो रूपये की बेसकीमती जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण कार्य चल रहे है जिस पर मड़ावरा प्रसासन की चुप्पी से साफ जाहिर होता है कि समाचार पत्रों और आमजन की शिकायतें दौलत के बोझ से दवा दी गयी।

पीड़ित कास्तकार द्वारा शिकायती पत्र देकर जिम्मेदार अधिकारीयो को अवगत कराया गया फिर भी भू माफिया पर कोई भी कार्यवाही नहीं की गई और उनके द्वारा अवैध निर्माण कर लिए गया। पीड़ित ने एक बार फिर उपजिलाधिकारी मड़ावरा को शिकायतीपत्र देकर अवगत कराया एवं भू माफिया के खिलाफ कार्यवाही करने मांग की गई।
बता दे की कस्बा मड़ावरा अन्तर्गत धवा निवासी माखनराज पुत्र काशीराम द्वारा शिकायती पत्र उपजिलाधिकारी को दिया गया जिसमें पीड़ीत द्वारा बताया गया कि तहसील मड़ावरा के ब्लॉक मुख्यालय से करीब 200 मीटर पहले एक सरकारी नाला बना हुआ हैं। जिसका आराजी नंबर 1515 हैं । उस पर एक भू माफिया रमेश कलार उर्फ नन्ना राय द्वारा दो मंजिला मकान निर्माण कर लिया गया है और भू माफिया द्वारा उस नाले का पानी पीड़ित के प्लाट की तरफ मोड़ दिया गया हैं। जिससे पीड़ित के प्लॉट में नाले का सारा पानी जा रहा हैं। जिसकी शिकायत पीड़ित कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से कर चुका हैं पर स्थानीय लेखपाल उक्त भू माफिया के हौसले बुलन्द किए हुए हैं क्योंकि उक्त आराजी की लेखपाल द्वारा गलत रिपोर्ट लगा दी जाती हैं जिससे भू माफिया द्वारा दूसरी जगह भी कब्जा कर चुका हैं। जहां पर आने वाले बरसात के समय में जलभराव जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती हैं और सड़क जाम भी हो सकती हैं।

उक्त भू माफिया द्वारा अरिहंत पेट्रोल पंप के सामने से निकले नाला जिसकी आराजी संख्या 1519 और,1547 हैं , जिस भूमि की कीमत करोड़ो में उसको दिन दहाड़े कब्जिया चुका है, ऐसा नही है कि मामले की जानकारी स्थानीय अधिकारियों को नही है मामला जंहा का है वह से हर रोज उपजिलाधिकारी, तहसीलदार लेखपालों का रोज का आना जाना रहता है बाबजूद इसके मामले की लगातार समाचार पत्रों में खबरे प्रकाशित होती रही है लेकन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ और सिर्फ टाला मोहाली करके मामले को दवा दिया गया।
करोड़ो की बेश कीमती जमीन पर हुए अवैध कब्जों में स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत होने से आमजन का अधिकारियों और सरकार की जनहितैसी नीतियों से भरोसा उठता जा रहा है,
मड़ावरा क्षेत्र में कंही सड़क पर तो कंही सरकारी भूमि औऱ ग्राम सभा की भूमि पर होते जा रहे कब्जो की शिकायतें सिर्फ देखने और फोटो खिंचाने मात्र के लिए ली जाती है बाद में उनको कारवाही की जगह डस्टबिन में डाल कर मामला रफादफा किये जाने की शिकायतो को लेकर मड़ावरा तहसील के अधिवक्ताओं मांगे उठाई लेकिन अधिकारियो के कान पर जूं तक नही रेंगी,
पीड़ित कास्तकार कई बार समाधान दिवस और उपजिलाधिकारी मड़ावरा को शिकायती पत्र दिए औऱ सरकार द्वारा चलाये जा रहे आमजन को जल्द न्याय दिलाने के लिए आइ जी आर एस पोर्टल पर शिकायतें दर्ज कराई लेकिन पीड़ित ने साक्ष्य के साथ बताया कि उसकी आइजीआरएस पर झूठी ओर बेबुनियाद आख्या लेखपाल द्वारा लगा कर बन्द कर दी जाती है।

प्रार्थी ने इस बार भी प्रशासन को शिकयती पत्र देते हुए उक्त भू माफिया के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने तथा नाला की जगह खाली कराने की मांग की हैं जिससे नाला के द्वार पीड़ित के प्लाट में पहुंच रहा पानी नाला के रास्ते जा सके। पीड़ित पहले भी उक्त घटना की सूचना शिकायती पत्र द्बारा जिम्मेदार अधिकारियों को दे चुका हैं।

रिपोर्ट–रामकुमार पटेल/कमलेश कश्यप (मड़ावरा)



