धौर्रा रेलवे स्टेशन की समस्याओं को लेकर जनहितैषी नेता रामेश्वर मिश्रा के नेतृत्व में मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा
धौर्रा रेलवे स्टेशन की समस्याओं को लेकर जनहितैषी नेता रामेश्वर मिश्रा के नेतृत्व में मंडल रेल प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा

जाखलौन/ललितपुर
धौर्रा रेलवे स्टेशन और जाखलौन क्षेत्र के यात्रियों की लंबे समय से चली आ रही समस्याओं के समाधान के लिए सोमवार को मंडल रेल प्रबंधक श्रीमान अनिरुद्ध (झाँसी मंडल), सीनियर डीओएम पंकज कुमार और सीनियर डीसीएम अनुज कुमार वर्मा के निरीक्षण अवसर पर ग्रामीणों ने सामंजस्य और शांति के साथ ज्ञापन सौंपा।
यह ज्ञापन समाजसेवी और जनहितैषी नेता रामेश्वर प्रसाद मिश्रा के नेतृत्व में दिया गया। इस अवसर पर ग्राम पंचायत धौर्रा सहित आसपास के गाँवों के सैकड़ों लोग मौजूद रहे। ग्रामीणों ने बताया कि कोरोना महामारी से पहले धौर्रा और जाखलौन स्टेशन पर कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव होता था, जिसे अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। पाँच वर्ष बीतने के बाद भी इन ट्रेनों का स्टॉपेज पुनः बहाल नहीं हुआ है, जिससे यात्रियों को कठिनाइयाँ झेलनी पड़ रही हैं।
ज्ञापन में कहा गया कि विद्यार्थियों, मजदूरों और व्यापारियों को ललितपुर, झाँसी, भोपाल और विदिशा तक नियमित यात्रा करनी होती है, लेकिन ट्रेनों के अभाव में वे परेशान हैं। साथ ही क्षेत्र की धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरें जैसे देवगढ़ का दशावतार मंदिर, पाली का नीलकंठ मंदिर, रणछोड़ धाम, धोजरी और मचकुंद ऋषि की गुफा रेल मार्ग से सीधे जुड़े हुए हैं, परंतु ठहराव न होने के कारण यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी असुविधा हो रही है।

जनहितैषी नेता रामेश्वर प्रसाद मिश्रा ने मांग की कि झाँसी-बीना मेमो ट्रेन, जो 19 स्टेशनों को जोड़ती है, उसे दिन में दो बार अलग-अलग समय पर चलाया जाए ताकि आम जनता को सुविधा मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि धौर्रा रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 का निर्माण कार्य पिछले आठ वर्षों से अधूरा पड़ा है, जिसे शीघ्र पूरा कराया जाना चाहिए।
ज्ञापन सौंपने में डॉ. रमेश चंद जैन, डॉ. लोकेन्द्र सिंह राजपूत, धर्मेन्द्र यादव, चाली राजा, लल्लू राम अहिरवार, मनोहर झा, शाहिद खाँ, सुभाष नामदेव, अखिलेश जैन, रामनारायण पंथ, प्रागिलाल कुशवाहा, रतनपाल, मुबारक खाँ, रिज़वान खाँ, राजेन्द्र यादव, जीशान खाँ, रमेश सेन, नाथू सिंह, बनवारी नायक, सहदेव यादव, धनंजय यादव, छोटू यादव, प्रिंस रैकवार और अंकेश अहिरवार सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
रेलवे अधिकारियों ने ग्रामीणों की बात ध्यानपूर्वक सुनी और समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने कहा कि यात्रियों की सुविधा और क्षेत्र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाए जाएंगे।
धौर्रा और जाखलौन स्टेशन की समस्याओं को लेकर दिया गया यह ज्ञापन पूरी तरह शांति और सौहार्द के वातावरण में हुआ। स्थानीय लोगों ने आशा जताई कि जल्द ही ट्रेनों का ठहराव बहाल होगा और अधूरे निर्माण पूरे किए जाएँगे।
रिपोर्ट- आर. के. पटेल
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