
मड़ावरा(ललितपुर)
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करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी कस्बा मड़ावरा में जलापूर्ति मुहैया कराने की सरकार की कोशिश पर पानी फिर रहा है प्रखंड क्षेत्र में लोगो को शुद्ध पेय जल मुहैया कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार का महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल अब तक अधर में लटका हुआ है।सरकार के द्वारा इस योजना पर करोड़ों खर्च करने के बावजूद भी लोगो तक शुद्ध पेय जल नही पहुँच पा रहा है।
ठेकेदार द्वारा पेयजल प्रदाय शुरू करने के बाद योजना के सुचारू संचालन को लेकर ध्यान नहीं दिया गया और ना ही जिम्मेदारों के द्वारा इस ओर कोई ध्यान दिया गया।
आलम है कि हर एक घर नल के माध्यम से जल पहुंचाने की सरकार की महत्तपूर्ण योजना का समुचित लाभ लोगो को नहीं मिल पा रहा है। कस्बा मड़ावरा की कई पंचायतों में इस योजना के तहत घर घर नल से जल की सप्लाई नहीं मिल रही है।कस्बा मड़ावरा में ही नल कभी कबार आते हैं अगर आते भी हैं तो लोगों के पानी भरने से पहले ही चले जाते हैं लोगों का कहना है कि पहले हर घर जल योजना का नाम सुनकर बहुत खुशी हुई थी मगर अब जब धरातल पर इसका काम हुआ तो हांथी के दांत साबित हो रही है लोगों ने स्वच्छ पानी की कल्पना की थी लेकिन उनको पानी ही नसीब नहीं हो पा रहा है और जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी इस और कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं जिस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
तहसील मड़ावरा में आज भी अनेक ऐसे गांव हैं जहाँ पर लोगों को पीने के लिए शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है कई ग्रामीण इलाको में रहने वाले लोग आज भी ढोढी का पानी पीने के लिए उपयोग करते है, क्योंकि दूरस्थ क्षेत्रों में सरकार की योजनाएं अधिकारियों के लापरवाही के कारण नहीं पहुंच पाती हैं. यदि किसी तरह योजनाएं पहुँच भी जाए तो योजना के लिए मिलने वाली शासकीय राशि का बंदरबाट नीचे से ऊपर तक के अधिकारी कर्मचारी हजम कर जाते है. जिसका नतीजा यह होता है कि विभिन्न योजना से संबंधित कार्य आधे अधूरे में बंद हो जाते है ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी पानी की होती है बरसात के मौसम में किसी तरह तो पानी मिल जाता है लेकिन गर्मी के मौसम में आस-पास के ढोढी, छोटे नाले सूख जाने के कारण लोगों को लम्बी दूरी तय कर पानी की व्यवस्था अपने परिवार के लिए करनी होती है।

रिपोर्ट–कमलेश कश्यप (मड़ावरा)



