मंहगे गिफ्ट,रिश्वत मामले में टी एम सी ने अपनी ही सांसद महुआ मोइत्रा से बनाई दूरियां, मामला क्या हुआ कि साथ नहीं दे रही अब पार्टी?,
मंहगे गिफ्ट,रिश्वत मामले में टी एम सी ने अपनी ही सांसद महुआ मोइत्रा से बनाई दूरियां, मामला क्या हुआ कि साथ नहीं दे रही अब पार्टी?,

बंगाल / भारत
कृष्णानगर से मौजूदा सांसद महुआ मोइत्रा पर संसद में अडानी समूह पर हमला करने वाले सवाल उठाने के लिए बिजनेस टाइकून दर्शन हीरानंदानी से कैश और महंगे गिफ्ट के रूप में रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगे है।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने शनिवार को अपनी लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा से जुड़े विवाद पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। महुआ पर संसद में सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने का आरोप है। जब महुआ मोइत्रा को लेकर सवाल किया गया तो पार्टी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “नो कमेंट्स … इस मुद्दे के संबंध में टीएमसी कुछ नहीं कहेगी… इसका जवाब संबंधित व्यक्ति दे सकता है, टीएमसी पार्टी नहीं ।” एक अन्य वरिष्ठ एमसी नेता ने नाम न छापने की शर्त पर पीटीआई को बताया कि पार्टी किसी विवाद में पड़ने को तैयार नहीं है और इसलिए “इससे दूरी बनाए रखेगी।
पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से मौजूदा लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा पर संसद में अडानी समूह पर हमला करने वाले सवाल उठाने के लिए बिजनेस टाइकून दर्शन हीरानंदानी से कैश और महंगे गिफ्ट के रूप में रिश्वत लेने का गंभीर आरोप है। आरोप है कि रियल एस्टेट से लेकर ऊर्जा तक विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाले हीरानंदानी समूह के सीईओ दर्शन हीरानंदानी ने अडाणी समूह के बारे में संसद में सवाल पूछने के लिए मो को पैसे दिए थे। हीरानंदानी ने हाल में दावा किया था कि मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘बदनाम और शर्मिंदा करने के लिए अडाणी पर निशाना साधा था। हीरानंदानी ने एक हलफनामे में यह दावा किया था।
तृणमूल कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के महासचिव एवं प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, “पार्टी को इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहना है। हमें लगता है कि जिस व्यक्ति के इर्द-गिर्द यह विवाद केंद्रित है, वही इस पर प्रतिक्रिया देने के लिए सबसे उपयुक्त है।” तृणमूल कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी नेतृत्व किसी विवाद में पड़ने को तैयार नहीं है और इसलिए “इससे दूरी बनाए रखेगा।” घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती। उन्होंने कहा, “तृणमूल कांग्रेस हमेशा उस वक्त अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करती है, जब भी उसके नेता गिरफ्तार होते हैं या मुसीबत में फंसते हैं। तृणमूल कांग्रेस को यह बताने की जरूरत है कि वह महुआ मोइत्रा का समर्थन करती है या नहीं।”
इस सप्ताह की शुरुआत में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्रई ने आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के बदले हीरानंदानी से ‘रिश्वत ली थी। जवाब में, मोइत्रा ने उनके खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में मानहानि का मुकदमा दायर किया । दुबे की शिकायत को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद की आचार समिति को भेज दिया है।
इससे पहले एक हस्ताक्षरित हलफनामे में, हीरानंदानी ने मोइत्रा के खिलाफ आरोपों का समर्थन किया था। उद्योगपति ने अपने हलफनामे में दावा किया कि उन्होंने मोइत्रा को “महंगे लग्जरी समान” गिफ्ट में दिए और “उनके आधिकारिक बंगले का रिनोवेशन” कराने की भी जिम्मेदारी ली। इस बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार को लोकपाल के पास तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन पर संसद में सवाल पूछने के एवज में धन लेने का आरोप लगाया गया है।
दुबे ने मोइत्रा पर एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह भारत में थीं, तब उनके संसदीय लॉगिन आईडी का इस्तेमाल दुबई में किया गया था। उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) ने जांच एजेंसियों को इस बारे में खुलासा किया है। मोइत्रा की पार्टी ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन सांसद ने अपने खिलाफ आरोपों को खारिज करते हुए अडाणी समूह और दुबे पर हमला करना जारी रखा है।
रिपोर्ट-
सांभार
सोसल मीडिया,
SamacharTak



