
शहडोल (मध्य प्रदेश)
गांव की पगडंडियों और खेतों के बीच गेंद को लात मारकर खेल शुरू करने वाले शाहडोल जिले के बच्चों की कहानी अब अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँच गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अपने मन की बात कार्यक्रम में इस क्षेत्र को “मिनी ब्राज़ील” कहते हुए यहाँ की फुटबॉल प्रतिभा का जिक्र किया।
इस चर्चा ने दुनिया का ध्यान खींचा और जर्मनी के मशहूर फुटबॉल कोच डाइटमर बायर्सडॉर्फर (Dietmar Beiersdorfer) इन बच्चों की मेहनत से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने खिलाड़ियों को जर्मनी ले जाकर ट्रेनिंग देने का प्रस्ताव भेजा है।
खेत से यूरोप तक सफ़र-
अब तक यह खिलाड़ी जर्जर मैदानों और टूटी हुई गेंदों से खेलते रहे हैं, लेकिन उनकी लगन और जुनून ने उन्हें उस मुकाम पर पहुँचा दिया जहाँ से यूरोपीय क्लबों के दरवाज़े खुल सकते हैं। जर्मनी की आधुनिक फुटबॉल अकादमी में प्रशिक्षण मिलने से इनकी प्रतिभा को नया आयाम मिलने की उम्मीद है।
युवा सपनों को मिला पंख-
गांव के कोच और खिलाड़ियों का कहना है कि यह सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि पूरे भारत के ग्रामीण इलाकों के लिए प्रेरणा की कहानी है। छोटे संसाधनों से भी बड़े सपने पूरे किए जा सकते हैं—अगर जुनून और लगन सच्ची हो।देशभर में खुशी की लहर
रिपोर्ट- रफीक खान,रिपोर्ट- रफ़ीक खान
जिला ब्यूरो- आगर मलबा (म०प्र०)
समाचार तक- बेबाक खबर बड़ा असर



