
महराजगंज।
जनपद महराजगंज के निचलौल तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्रामसभा मैरी में प्रशासन ने बुधवार, 2 जुलाई 2025 को बड़ी कार्रवाई करते हुए वर्षों से सरकारी जमीन पर किए गए अतिक्रमण को हटवा दिया। न्यायालय के आदेश पर यह अभियान राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम की मौजूदगी में चलाया गया।
16 लोगों ने कर रखा था वर्षों से कब्जा
जानकारी के अनुसार, ग्रामसभा मैरी में त्रिवेणी, रामसरन, झीना, अशोक, संतोष, रामबदन, विश्वनाथ, जंत्री, मिश्री, जयश्री, कतवारू, अशरफी, रामप्रीत, करीमन, बहादुर, बसंती और अशोक सहित कुल 16 लोगों द्वारा सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मकान बनाकर कब्जा किया गया था।
तहसील प्रशासन ने मौके पर बुलडोजर चलवाकर सभी अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा, ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
मानवीय पहलू भी नजर आया
कार्यवाही के दौरान एक विशेष मामला सामने आया, जब अतिक्रमण हटने के बाद एक व्यक्ति के पास रहने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी। इस पर तहसीलदार अमित कुमार सिंह ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए उसे तत्काल जमीन उपलब्ध कराई।
गणेश यादव के प्रयासों से मिली न्यायालय से राहत
गौरतलब है कि ग्रामसभा मैरी के निवासी गणेश यादव ने वर्ष 2022 से ही इस अतिक्रमण के खिलाफ लगातार शिकायतें की थीं। प्रशासन और न्यायालय में लगातार प्रयास के बाद आखिरकार 2 जुलाई 2025 को सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया।
कई अधिकारी रहे मौजूद
इस कार्रवाई का नेतृत्व तहसीलदार निचलौल अमित कुमार सिंह ने किया। उनके साथ ठूठीबारी थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार मिश्रा, नायब तहसीलदार पीयूष जायसवाल, लेखपाल प्रवीण, कानूनगो, समेत राजस्व विभाग के कर्मचारी व भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। इसके अलावा, सुरक्षा के लिहाज से ठूठीबारी और निचलौल थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया था।
उपनिरीक्षक अनुराग पांडेय, उपनिरीक्षक विक्की शाह, हेड कॉन्स्टेबल राजेश कुमार सिंह, कांस्टेबल पवन कुमार और रामजनम यादव, तथा दोनों थानों की पुलिस टीम ने मिलकर कार्रवाई को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया।
अवैध कब्जेदारों को सख्त संदेश
प्रशासन की इस कार्रवाई से स्पष्ट संदेश गया है कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। तहसील प्रशासन ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ भविष्य में भी ऐसी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
रिपोर्ट: ब्यूरो चीफ़ धनंजय पटेल, महराजगंज।



