
मऊ
मोहम्मदाबाद गोहना
नवरात्रि के मौके पर जहां भक्तगण अपने-अपने घरों तथा विभिन्न दुर्गा मंदिरों में कलश स्थापित कर विधि विधान से नवदुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा उपासना कर रहे हैं सोमवार को नगर तथा ग्रामीण क्षेत्र में स्थित विभिन्न दुर्गा मंदिर में भक्तों द्वारा प्राप्त मंदिर पहुंचकर माता दुर्गा के पांच में रूप के देवी स्कंदमाता की पूजा उपासना की मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप को स्कंद माता के नाम से जाना जाता है यह भगवान स्कंद कुमार कार्तिकेय की माता है इन्हीं भगवान स्कंद की माता होने के कारण मां दुर्गा जी के इस पांचवें स्वरूप को स्कंद माता के नाम से जाना जाता है इनकी उपासना नवरात्रि के पूजा के पांचवें दिन की जाती है इस दिन साधक का मन भी विशुद्ध चक्र में अवस्थित होता है स्कंद मंत्र स्वरूपानी देवी के चार भुजाएं हैं यह कमल के आसन पर विराजमान रहती हैं इसी कारण से इन्हें पद्यसना देवी भी कहा जाता है सिंह इनका वाहन है मां स्कंद माता की उपासना से भक्त की समस्त इच्छाएं पूर्ण हो जाती है इस मृत्यु लोक में भी उसे परम शांति और सुख का अनुभव होने लगता है उसके लिए मोक्ष का द्वारा स्वयं एवं सुलह हो जाता है मंदिर के पुजारी मुकुंद पाठक ने बताया कि जो भी भक्तगण माता के विभिन्न रूपों की पूजा उपासना विधि विधान से करता है माता उनके सभी दुखों को हराते हुए उन्हें सुख समृद्धि एवं शांति हेतु आशीर्वाद प्रदान करती हैं।

रिपोर्ट –अजीत पटेल।



