तालबेहट
पंचायत थाना गांव के सैकड़ों युवा भक्तों ने सावन माह के चौथे सोमवार को उपवास रखा बिना कुछ खाए पिए ओरछा राम राजा सरकार देवस्थान पर जाकर वहां से जल भरकर डाक कांवड़ का आयोजन किया दौड़ते हुए भक्तों ने ये दूरी तय करते हुए हजारिया महादेव मंदिर तालबेहट में भगवान भोलेनाथ को जल अर्पित कर पूजा पाठ किया। शास्त्रों के अनुसार, डाक कांवड़ यात्रा पर निकले शिवभक्त एक बार कांवड़ यात्रा लेकर निकल गए तो शिवधाम तक पहुंचने तक रुकते नहीं हैं। मतलब उन्हें लगातार चलना पड़ता है. इस यात्रा को पूरा करने का समय भी तय होता है। 24 घंटे के अंदर ही शिव मंदिर तक पहुंचना होता है, यही कारण है कि बाकी कांवड़ यात्रा की तुलना में डाक कांवड़ यात्रा कठिन मानी जाती है. इस यात्रा को पूरा करने के लिए ज्यादातर शिवभक्त टोली में चलते हैं। इसमें एक कांवडिय़ा कांवड़ लेकर दौड़ता है और टोली के बाकी सदस्य वाहन में होते हैं, जब एक कांवडिय़ा कंधे पर कांवड़ लेकर दौड़ते-दौड़ते थक जाता है, तो दूसरा कांवड़ को लेकर दौड़ता है। इसका नियम है कि एक बार कांवड़ उठने के बाद रुकना नहीं होता है कांवड़ यात्रा में राहुल राजपूत, महेश राजपूत, अनिल कुशवाहा, महेंद्र सिंह बुंदेला, रोहित राजपूत, गोविंद राजपूत, संजय, भोला यादव, असवेन्द्र यादव, अर्जुन राजपूत, दयाराम, संजय, रामसिंह कुशवाहा, मनोहर कुशवाहा, नरेंद्र कुशवाहा, गनेश राजपूत, आदेश यादव, अजय प्रजापति, दिनेश प्रजापति, मानसिंह राजपूत, आदेश यादव, पंकज, जितेंद्र राजपूत, उमेश राजपूत, अर्जुन पाल, सुंदर कुशवाहा, देशराज कुशवाहा, इंद्रपाल राजपूत, सौरभ यादव आदि कांवडिय़े व अन्य भक्त शामिल रहे।

रिपोर्ट –रामकुमार पटेल।



