प्रत्येक ब्लॉक में बनेगी 5 गौशाला, निराश्रित पशुओं को मिलेगा संरक्षण,
जिले के हर एक ब्लॉक में पाँच औऱ बड़ी गौशालाओं के लिए आया बजट जनपद से दूर होगी अन्ना पशुओं की समस्या, डॉ. देवेंद्र पाल सिंह (डी सी वी ओ)

ललितपुर (उत्तर प्रदेश)
जिले के गली-मोहल्ले शहरों एवं गाँवों की मुख्य सड़कों पर निराश्रित बेसहारा पशुओं के संरक्षण व किसानों को हो रहे नुकसान से निपटने के लिए शासन के निर्देश पर जिले में समस्या का स्थाई समाधान ढूंढा जाने लगा है। जनपद के 6 ब्लॉकों में 30 गौशालाओं को निर्मित किया जाएगा। प्रत्येक ब्लॉक में 5 गौशालाओं को बनाने लिए शाशनादेश आ चुका है। जिस पर विभाग काम करने में जुट चुका है। यह निर्माण ब्लॉक स्तर पर होगा खण्ड विकास अधिकारी की देखरेख में कार्य की समाप्ति की जाएगी। निर्माण कार्य के लिए मनरेगा से बजट एवं उसी से मजदूर लगाए जाएंगे। इसी के साथ 5 बड़ी गौशालाओं की भी जनपद को सौगात मिली है। यह गौशाला खिरिया मिश्र, बिजरोठा, टोरिया, कुचदो, गडोली कला एवं कालापहाड़ जैसे गांवों में बनेगी। एक हेक्टयर के क्षेत्रफल में बनने बाली गौशालाओं के लिए 60-60 लाख रुपये का बजट भी आ चुका है। लेकिन कार्यदायी संस्था पैक फेड झाँसी द्वारा शाशन को पत्र लिखकर थोड़ी अड़चन डाल दी है। संस्था की मांग है कि जिस तरह कालापहाड़ में बनने जा रही गौशाला के लिए एक करोड़ 62 लाख के बजट से निर्माण होना है तो फिर अन्य 4 गौशालाओं के लिए एक करोड़ 20 लाख रुपये नही इसको बढ़ाकर एक करोड़ 60 लाख रुपये किया जाए। जिसका लेकर शाशन स्तर पर विचाराधीन है। इन गौशालाओं के बनने से उम्मीद होगी कि अन्ना गौवंश से जनपद को छुटकारा मिल जाएगा। और किसानों की भी परेशानी दूर हो जाएगी।
पाँच और स्थायी गौशाला बनेगी जिसका लगभग 50 प्रतिशत बजट आ चुका
निराश्रित पशुओं को सरंक्षण देने के लिये योगी सरकार बड़े कदम उठा रही है। जिससे आम जनमानस, राहगीर एवं किसानों को होने वाली समस्या दूर होगी। शासन आदेश में जनपद को मिली 5 बडी गौशालाओं में खिरिया मिश्र, बिजरोठा, गडोली कला, टोरिया, कुचदो एवं कालापहाड़ इन गाँवों में जमीनों को चिन्हित किया गया है। इन गौ शालाओं का एक हेक्टेयर में कार्य निर्माण किया जाएगा। इन गौशालाओं के निर्माण के लिए शाशन से लगभग 50 प्रतिशत बजट भी आ चुका है। इनकी लागत कालापहाड़ गौशाला में एक करोड़ 60 लाख रुपये एवं अन्य चार गौशालाओं का बजट एक करोड़ 20 लाख रुपये के बजट से निर्माण होगा। कार्यदायी संस्था ने बजट बढ़ाने के लिए शाशन को पत्र लिखा है।
वर्तमान में जनपद में है कुल 54 गौशालाये-
अन्ना गौ वंश को सरंक्षण देने के लिए जनपद में अभी 54 गौशाला संचालित हो रही है। जिनमें स्थायी संचालित 24, कांजी हाउस 22, पंजीकृत 1, दो अभी अस्थाई रूप से निर्माणाधीन बिरधा, और बरोदा डांग में, कान्हा गौशाला तीन जिनमे देलवारा, तालबेहट, महरौनी एवं पिपरिया में 1 है।
इनका कहना है….
पाँच बड़ी स्थायी गौशालाओं तो बनना ही जिसका लगभग 50 प्रतिशत बजट भी आ चुका है, पर कार्यदायी संस्था ने बजट को बढ़ाने के लिए शासन को पत्र लिखा है। जिसको लेकर अभिलम्ब हो रहा है। गौशाला निर्माण के लिए पैक फेड संस्था को कार्य मिला है। इसके अलावा प्रत्येक ब्लॉकों में 5-5 अस्थाई गौशालाओं का निर्माण किया जाएगा। जिससे निराश्रित गौवंश को संरक्षण मिल सके, डॉ. देवेंद्र पाल सिंह ( मुख्य पशु चिकित्साधिकारी)
- रिपोर्ट- आर के पटेल
- ललितपुर
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