
- यहां फर्जी डॉक्टर ग्रामीणों की जान से कर रहे खिलवाड़, पहले भी हो चुकी है इस क्षेत्र में अप्रिय घटनाएं
- दिन प्रतिदिन बढ रही है महरौनी क्षेत्र में अयोग्य झोलाछाप डॉक्टरो की संख्या
ललितपुर
ग्रामीण क्षेत्र में लगातार बढ़ रही फर्जी डॉक्टरो की संख्या ने ये प्रमाणित कर दिया है। महरौनी ब्लाक के निकट ग्राम सैदपुर से महज 14 किमी की दूरी पर बैठा महरौनी स्वास्थ्य विभाग न सिर्फ निकम्मा नजर आ रहा है, जिस प्रकार जनपद के विकासखण्ड महरौनी क्षेत्र के ग्राम सैदपुर में तुसार पायक (चांदसी बंगाली) जैसे अशिक्षित झोलाछाप डॉक्टरो को न तो प्रशासन का ख़ौफ़ है,और न ही फ्री का वेतन लेकर कुर्सी तोड़ रहे स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का,इससे से साफ हो जाता है कि स्वास्थ्य विभाग की दाढ़ी में तिनके ही तिनके भरे है।
हर दस कदम की दूरी पर खुले है अयोग्य अशिक्षित डॉक्टरो के क्लिनिक के क्षेत्र की भोलीभाली गरीब जनता के स्वास्थ्य के साथ तो खिलवाड़ कर ही रहे है,साथ ही उनकी जेब भी ढीली कर रहे है
इस क्षेत्र का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि यहाँ इन अयोग्य अशिक्षित डॉक्टरों के खिलाफ कभी भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई भी कार्यवाही अमल में नही लायी जाती है जिससे साफ जाहिर है कि विभाग भी इन अयोग्य डॉक्टरों से मिला हुआ है। बल्कि जब भी जिले से इन पर कार्यवाही की कोई ऐसी योजना बनती है तो इन झोलाछाप डॉक्टरो को पहले ही स्वास्थ्य विभाग के विभीषण सतर्क कर देते है। जिस कारण पहले ही ये फर्जी डॉक्टर बच निकलते है। और स्वास्थ्य विभाग में बैठे अपने आकाओं के अग्रिम आदेश के इंतजार में बैठ जाते है। जैसे ही आकाओं का आदेश हरी झंडी के रूप में मिलता है। तो इन फर्जी डॉक्टरो के शटर खुलने शुरू हो जाते है। जो स्वास्थ्य विभाग पर एक बहुत बदनुमा दाग है।
सरकार की योजनाओं का क्रियाकर्म कर रहा स्वास्थ्य विभाग
उत्तर प्रदेश सरकार भले ही ये दावा करती रहे कि राज्य में स्वास्थ्य के साथ कोई खिलवाड़ नही किया जाएगा। लेकिन सरकार की इन योजनाओं की धज्जियां यहां स्वास्थ्य विभाग ही उड़ाता नजर आ रहा है। जिसके संरक्षण में फर्जी ओर झोलाछाप डॉक्टर भलीभांति फलफूल रहे है। और उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही होती। जिससे ये तो साफ हो जाता है कि स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से ही इन सबके अड्डे चल रहे है। क्योकि समय समय पर जनपद के समाचार पत्रों एवं टीवी चैनलों के माध्यम से भी खबरे प्रकाशित हुई है पर विभाग इन खबरों पर कार्यवाही के वजह उसको नजरअंदाज करते हुए झोलाछाप डॉक्टरों की अस्पतालों को पर खुलेआम क्षेत्र में संचालन करा रहे है।

रिपोर्ट –रामकुमार पटेल।



