
तालबेहट (ललितपुर)
कस्बे के पारसनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में मुनि विनम्र सागर महाराज ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिनेन्द्र देव की प्रतिमा के दर्शन महा सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा सत्य के मार्ग पर संयम को धारण कर यथार्थता में जीना ही मानव जीवन की सार्थकता है। पंचकल्याणक के अतिशय महान हैं जो श्रावक के देव दर्शन के नियम पालन में सहायक हैं अतः सभी को कार्यक्रम में तन मन धन से सहयोग करना चाहिए। सुबह मुनि विनम्र सागर महाराज के साथ मुनि निस्वार्थ सागर, मुनि निर्मद सागर, मुनि निसर्ग सागर, मुनि श्रमण सागर एवं क्षुल्लक हीरक सागर के सानिध्य में सामूहिक अभिषेक शांतिधारा पूजन विधान का आयोजन किया गया। आचार्य श्री के चित्र अनावरण दीप प्रज्वलन एवं पाद पृच्छालन के पश्चात मुनि विनम्र सागर महारज ने कहा पुण्योदय जैन कुल मिला है तो सभी को अपना गौरव बढ़ाना चाहिए, प्रशंसा का पात्र बनने के लिये सतत प्रयास करना चाहिए। मन को बढ़ा करोगे तो भावना प्रबल होगी, तप और साधना से हमारा भाग्य बनेगा। सायं काल की बेला में आचार्य भक्ति एवं महाआरती की गयी।
विशाल जैन पवा ने बताया आचार्य गुरुवर विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद से आज 31 दिसम्बर दिन रविवार को रात्रि में नववर्ष आगमन पर श्रीमज्जिनेंद्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एवं गजरथ महोत्सव का मंगलाचरण सांस्कृतिक कार्यक्रम से होगा। कार्यक्रम में जैन मंदिर समिति, अहिंसा सेवा संगठन, वीर सेवा दल, जैन युवा सेवा संघ सहित आकाश चौधरी, सौरभ मोदी, आदेश मोदी, सौरभ पवैया एवं सकल दिगम्बर जैन समाज का सक्रिय सहयोग रहा। संचालन चौधरी चक्रेश जैन एवं आभार व्यक्त मोदी अरुण जैन बसार और प्रवीन जैन ने संयुक्त रूप से किया।
रिपोर्ट– रामकुमार पटेल (ललितपुर)



